ऐसा मचा है धमाल ,उड़े रंग गुलाल
*विषय- ऐसा मचा है धमाल, उड़े रंग गुलाल*
ऐसा मचा है धमाल ,उड़े रंग गुलाल ।
किसी का चेहरा हुआ पीला किसी का लाल।
हर किसी के मन में उठे मस्ती के भाव।
सब बन गए नटखट जैसे बाल गोपाल।
हर घर से आती गुझिया की खुशबू आज।
सबको बचपन याद दिलाती होली की गुलाल।
भूल जाओ सब मलाल।
प्यार से सबको लगाओ गुलाल आज।
बच्चे करते आने जाने वाले पर छिप कर पानी की बौछार।
किसी को भी पहचानना मुश्किल हो जाता है आज।
होली की मस्ती में सब भूल जाते हैं बैर भाव।
ठंडाई के बिना अधूरी लगती है होली चाहे शहर हो या गांव।
प्रतियोगिता हेतु
संजना पोरवाल
Gunjan Kamal
10-Apr-2024 02:03 PM
शानदार
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kashish
27-Mar-2024 06:57 PM
Amazing
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Punam verma
26-Mar-2024 08:39 AM
Nice👍
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